हिन्दी चेतना पखवाड़ा

केन्द्रीय कृषिरत महिला संस्थान में कार्यरत सभी कर्मचारीयों को हिन्दी के प्रति जागरूकता और अपने दैनिक कार्य मे हिन्दी के व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य से दिनांक 1 सितम्बर, 2021 से 14 सितम्बर, 2021 तक हिन्दी चेतना पखवाड़ा का आयोजन किया जाना है । इसका शुभारंभ संस्थान के निदेशक महोदय की अध्यक्षता में आयोजित किया गया| इस दौरान हिन्दी में किस तरह कार्य करेंगे तथा अपने कार्य में कैसे अधिक से अधिक हिन्दी को प्रोयग कर सकते है, इस बारे में अवगत कराया गया |
कार्यक्रम के सुभारंभ में राजभाषा अधिकारी श्रीमती गीता साहा ने मुख्य अतिथि डा. अनिल कुमार, निदेशक, भा. कृ. अनु. प. - केन्द्रीय कृषिरत महिला संस्थान का स्वागत किया और साथ ही संस्थान के सभी वर्गों के कर्मचारियों का भी अभिनंदन किया । अपने स्वागत भाषण मे उन्होने हिन्दी की अहमियत को प्रमुखता से वर्णन किया और कैसे ये समस्त देश को जोड़ने का काम करती है उस पर भी चर्चा की । उन्हे आगे अपने भाषण मे हिन्दी का प्रचार प्रसार को बढ़ावा देने के लिए सभी कर्मचारियों को अपने दैनिक कार्यो में हिन्दी का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया । उन्होने अपने समय मे हिन्दी चेतना पखवाड़ा के दौरान आयोजित होने वाले सभी प्रतियोगिताओं और कार्यक्रम का भी उल्लेख किया ।
इसके पश्चात उपस्थित कर्मचारीयों को समय दिया गया के वो भी हिन्दी पर दो शब्द कहें और इस्स मौके पर कुछ कर्मचारी आगे आ कर किस प्रकार से हिन्दी का अपने कार्यछेत्र में ज्यादा उपयोग करने के लिए भी सुझाव व्यक्त किया । मुख्य अतिथि डा. अनिल कुमार ने अपने वक्तव्य में हिन्दी की सराहना की और अपने उल्लेख मे सरकारी भाषा नीति का उपयुक्त प्रयोग ; कार्यन्नवयन अनुपालन की जिम्मेदारी को निष्ठा के साथ करने को प्रोत्साहित किया और हिन्दी संबधित प्रावधानों को सरलता से व्याख्याण किया । उन्होने भी अपने तरफ से कर्मचारीयों को दैनिक कार्यों में हिन्दी कि अधिक से अधिक प्रयोग करने के निर्देश दिये ।
कार्यक्रम के अंत मे श्री अतुल चेतन हेमरोम, वरिष्ठ तकनीकी सहायक ने धन्यवाद ज्ञापन किया । उन्होने निदेशक महोदय को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया । श्रीमती परिसीमा सेन और श्री सुब्रत कुमार दास, समिति सदस्य, हिन्दी चेतना पखवाड़ा को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया साथ ही संस्थान के सभी कर्मचारियों तथा उपस्थित सभी जनों को भी धन्यवाद देते हुए उद्घटन समारोह को समाप्त किया ।